पंद्रह अप्रैल का सूर्य उगेगा नव उमंग-उत्साह लिए
कोरोना कोरोना कोरोना
सारे दिन बस एक ही रोना,
छोड़ो भी बस बहुत हो गया
अब कोई और बात करो ना।
ताली-थाली-दिया टोटकों
से भी नहीं बन रहा काम,
घर के अंदर बंद रह कर
भज रहे बस प्रभु का नाम।
कर्मशील, कर्मठ भारतवासी
नाकारा रह सकते नहीं,
पर लौकडाउन के नियमों से
चाह कर भी बच सकते नहीं।
पंद्रह अप्रैल का सूर्य उगेगा
नव उमंग-उत्साह लिए,
एक-एक दिन यूँ ही कट रहा
जैसे आजादी की चाह लिए।
भाग कोरोना भाग जल्दी
बहुत हो गया था जो होना,
सतर्क रहो, नियमों को मानो
पर और कोई बात करो ना।
– सर्वज्ञ शेखर