बिम्सटेक क्या है
30 मई को श्री नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में जब दोबारा शपथ लेंगे तब बिम्सटेक देशों के राष्ट्राध्यक्ष उपस्थित रहेंगे। पाकिस्तान को निमंत्रित करने से बचने के लिए इस बार सार्क देशों की बजाय बिम्सटेक देशों को बुलाया गया है। BIMSTEC का मतलब है Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation। यह एक तरह से बंगाल की खाड़ी से तटवर्ती या समीप देशों का एक अंतरराष्ट्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोगी संगठन है। इसका मुख्यालय ढाका, बांग्लादेश में है।इन देशों की कुल आबादी डेढ़ अरब अर्थात पूरे विश्व की 22 % है। वैसे इसमें पाकिस्तान और मालदीव को छोड़ कर सारे सार्क देश शामिल हैं। भारत के अतिरिक्त श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान, म्यामांर, बंग्लादेश अर्थात कुल सात सदस्य हैं।
बिम्सटेक का गठन 6 जून, 1997 को किया गया था। तब यह BISTEC था जो बाद में मल्टी सेक्टोरल जुड़ने से 1998 में BIMSTEC में बदल गया।
सदस्य राष्ट्र अपने नाम के अक्षरों के अनुसार रोटेशन पर बिम्सटेक की अध्यक्षता करते है। यद्यपि सार्क की तरह बिम्सटेक भी लगभग निष्क्रिय ही है। केवल औपचारिक मीटिंग के अतिरिक्त और कुछ ठोस निर्णय नही हो पाता क्योंकि सभी देशों के अपने मुक्त व्यापार नियम व अपनी राजनीतिक सीमाएं हैं।