परिचय

sarwagya shekhar gupta

सर्वज्ञ शेखर

साहित्यकार, पूर्व बैंकर व पत्रकार

जन्म – 05 सितम्बर 1958, आगरा
पिता – स्व. रोशन लाल गुप्त “करुणेश” (स्वाधीनता संग्राम सेनानी व साहित्यकार)

आगरा विश्व विद्यालय से समाजशास्त्र में एम. ए.। बैंकिंग में सी ए आई आई बी।

राष्ट्रीयकृत बैंक के डिविजनल मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त।

एक हजार से अधिक सम्पादकीय, विचारोत्तेजक लेख, कहानी, कविताएं आदि लिखे हैं। बैंकिंग सेवा में भी आर्थिक, वित्तीय, बैंकिंग विषयों पर लेख लिखे जो राष्ट्रीय स्तर की बैंकिंग पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। बैंकों में राजभाषा हिंदी के प्रचार प्रसार के लिये अथक प्रयास किया है। जिसके लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रसंशा व पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।

आजकल कई पत्रिकाओं के अतिथि संपादक के दायित्व का निर्वाह, शोधपत्रों का प्रस्तुती करण, प्रतिष्ठित कार्यक्रमों के सूत्रधार, लेखन व काव्य रचना में व्यस्त। कवि सम्मेलनों, गोष्ठियों, समाचारपत्रों, पत्रिकाओं, चैनलों की परिचर्चाओं में सहभागिता। आकाशवाणी से भी रचनाओं का प्रसारण हुआ है व अनेक अवार्ड, प्रशंसा पत्र व सम्मान पाने का गौरव प्राप्त है।

धन्यवाद,

सर्वज्ञ शेखर,
आवास विकास कॉलोनी,
सिकन्दरा,
आगरा – 282007
(उ. प्र.)

Introduction

Sarwagya Shekhar
Writer, Former Banker and Journalist

Retired as Divisional Manager of Nationalized Bank.

Has written more than a thousand editorial, suggestive articles, stories, poems etc. In the banking service also wrote articles on economic, financial and banking subjects which were published in national level banking magazines. In the banks, tireless efforts have been made to promote the official language Hindi. For which accolades and awards have been received at the national level.

Nowadays, the responsibility of guest editor of many journals is fulfilled, the presentation of papers, the principal of prestigious programs, busy in writing and writing poetry. Participation in poet conferences, seminars, newspapers, magazines, channel discussions. Compositions have also been broadcast from Akashvani and have the distinction of receiving many awards, citations and honors.

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