पहचानिए डेंगू के मच्छर और बुखार को और जानिए बचाव के उपाय
बारिश के पानी के जमाव व गंदगी की वजह से आजकल मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। शहर और गांवों में तमाम जगह पानी भरा हुआ है और वहां मच्छर पनप रहे हैं। इसकी वजह से डेंगू और मलेरिया का खतरा मंडरा है। मच्छरों के हमले ने लोगों को बीमार कर दिया है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसमें सबसे ज्यादा वायरल फीवर के मरीज हैं। इनको बुखार के साथ खांसी, जुकाम और उल्टी की शिकायत हैं।
डेंगू का मच्छर
दिखने में डेंगू का मच्छर दूसरे मच्छरों से बिलकुल अलग दिखाई देता है। यह मादा होता है और इस का नाम है मादा एडीज।
यह रोशनी में या दिन में काटता है। रात में इसका खतरा नहीं होता। इस के शरीर पर चीते की तरह सफेद रंग की धारियां बनी होती हैं, इसका रंग स्याह यानी गहरा होता है। यह अन्य मच्छरों की अपेक्षा थोड़े बड़े आकार का होता है।
डेंगू के मच्छर की एक और विशेषता है कि यह गंदे पानी की बजाय साफ और ठहरे पानी में पनपता है और यह ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता, घुटनों तक ही उसकी पहुंच रहती है। इसीलिए डॉक्टर्स हमेशा घुटनों को वस्त्रों या मोजों से ढकने की सलाह देते हैं।
डेंगू और वायरल बुखार क्या है?
डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर तीन से सात दिन तक रह सकता है। प्रारंभिक स्थिति में मरीज तीन से पांच दिन में ठीक हो जाते हैं। बुखार आने पर गुनगुना पानी पीना शुरू कर दें और डॉक्टर को दिखाएं। घबराएं नहीं, उल्टी, दस्त, पेट दर्द, पसीना और घबराहट और लगातार प्लेटलेट्स कम होने पर ही मरीज को भर्ती करने की जरूरत होती है। बारिश के मौसम में और उसके बाद के महीनों में ही डेंगू का बुखार सबसे तेज फैलता है क्योंकि यह ऐसा मौसम होता है जिसमें मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल स्थिति मिल जाती है। डेंगू ही नहीं मलेरिया, चिकनगुनिया और जीका वायरस जैसी बीमारियां भी इस मौसम में अपने पैर पसारना शुरू कर देती हैं। डेंगू बीमारी मच्छर के काटने से होती है जोकि दिन में ही काटता है। शुरुआत में डेंगू का बुखार एक सामान्य बुखार की तरह लगता है, जिसके कारण लोग घर में ही दवा लेकर बुखार को गम्भीरता से नहीं लेते हैं। इसकी वजह से बुखार की पहचान नहीं हो पाती है और इलाज में देरी के चलते डेंगू जानलेवा साबित हो सकता है।
अगर मौसम बदलने के दौरान ख़ासकर बरसात के समय या उसके बाद किसी को तेज़ बुखार, चकत्ते और बदन दर्द होता है, तो डॉक्टर से परामर्श और मेडिकल जांच अवश्य करानी चाहिए। डेंगू एक वायरल फीवर है यानी कि अगर एडीज मच्छर ने किसी डेंगू पीड़ित को काट लिया और अगर उसी मच्छर ने किसी और व्यक्ति को काट लिया तो उसके शरीर में भी डेंगू वायरस पहुंच जाता है। डेंगू मच्छर काटने के बाद करीब चार या पांच दिनों बाद मरीज में डेंगू के लक्षण दिखना शुरू हो पाते हैं। किसी-किसी केस में यह वक्त एक सप्ताह का भी हो जाता है।अगर सही समय पर डेंगू का इलाज शुरू किया जाए तो उसको ठीक किया जा सकता है वरना मरीज की जान भी जा सकती है। डेंगू बुखार में शरीर में प्लेटलेट्स कम होना शुरू हो जाती हैं, लेकिन शरीर में प्लेटलेट्स की कमी का मतलब सिर्फ डेंगू होना नहीं होता है।
डेंगू का सबसे प्रमुख लक्षण तेज़ बुखार है। इस में 102-103º F तक बुखार आना आम बात है। इसके अतिरिक्त डेंगू में ज़्यादातर शरीर के जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द भी होता है, घबराहट महसूस होती है, बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होती और भूख का लगना भी कम हो जाता है। शरीर पर छोटे लाल चकत्ते हो जाते हैं, जिन में कभी कभी खुजली भी होती है। कुछ लोगों को आंख के पीछे दर्द की शिकायत भी होती है जो आंखों को दबाने और हिलाने से और बढ़ जाता है।
कैसे हो बचाव?
विशेषज्ञों के अनुसार मच्छरों से बचाव के लिए पूरी आस्तीन के वस्त्र पहनें। घर से बाहर जा रहे हैं तो व जूते और मौजे जरूर पहनें। कूलरों का पानी रोजाना बदलें। आसपास रुके हुए पानी में मिट्टी के तेल छिड़क दें। नीम की पत्तियां जला कर उसका धुआं घर के आसपास कर दें। इससे मच्छर मर जाते हैं। घर में पानी की टंकी को खुला ना छोड़ें क्योंकि डेंगू का मच्छर ठहरे हुए और गंदे पानी में पनपता है। पक्षियों और पशुओं के पानी के बर्तन में पानी रखा हुआ ना छोड़ें। बर्तन, फ्रिज, फूलदान, नारियल के खोल आदि में पानी न रखें। कूलर के पानी को हर रोज बदलें, उसमें पानी को जमा न होने दें।घर के आस पास नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव करवाएं,नगर निगम यदि पर्याप्त मात्रा में फॉगिंग करवा दे तो भी कुछ राहत मिल सकती है।
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Identify Dengue Mosquito, Fever and know more Preventive Measures
The outbreak of mosquitoes has increased nowadays due to rain water logging and dirt. The city and the villages are full of water and mosquitoes are flourishing there. Because of this, there is a risk of dengue and malaria. Mosquito attacks have made people sick. The number of patients in hospitals has increased. It has the highest number of viral fever patients. He has fever, cough, cold and vomiting.
Dengue mosquito
Dengue mosquito looks completely different from other mosquitoes. It is female and its name is female Aedes.
It bites in the light or in the day. There is no risk of it at night. Its body is made of white colored stripes like a leopard, its color is darker. It is slightly larger in size than other mosquitoes.
Another feature of the dengue mosquito is that it thrives in clean and stagnant water instead of dirty water and it does not fly to very high altitude, it has access to the knees. That is why doctors always recommend covering the knees with clothes or socks.
What is dengue and viral fever?
Doctors say that dengue, malaria and viral fever can last for three to seven days. In the initial condition, the patients recover in three to five days. On fever, start drinking lukewarm water and see a doctor. Do not panic, the patient needs to be admitted only when vomiting, diarrhea, abdominal pain, sweating and palpitations and frequent platelets are low. Dengue fever spreads most rapidly during the rainy season and in the months that follow because it is a season in which mosquitoes have a favorable condition to thrive. Not only dengue, diseases like malaria, chikungunya and zika virus also start spreading their feet in this season. Dengue disease is caused by mosquito bite which bites during the day. Initially, dengue fever sounds like a normal fever, due to which people do not take fever seriously by taking medicines at home. Due to this, fever is not recognized and due to delay in treatment, dengue may prove fatal.
If someone has high fever, rashes and body pain especially during the rainy season or after it, then a doctor should be consulted and medical examination. Dengue is a viral fever, that is, if the Aedes mosquito bites a dengue victim and if the same mosquito bites another person, then the dengue virus also reaches his body. After four or five days after the dengue mosquito bite, the symptoms of dengue begin to appear in the patient. In some cases, this time also becomes one week. If the treatment of dengue is started at the right time, then it can be cured or else the patient’s life can also be lost. In dengue fever, platelets in the body begin to decrease, but the lack of platelets in the body does not just mean dengue.
The most prominent symptom of dengue is high fever. It is common to have fever up to 102–103º F. In addition, dengue also causes pain in most of the joints, muscles and bones of the body, feeling nervous, feeling very weak and loss of appetite. Small rash occurs on the body, which sometimes causes itching. Some people also have pain in the back of the eye, which is aggravated by pressing and moving the eyes.
Preventive Measures
According to experts, wear full sleeves to protect against mosquitoes. If you are going out of the house, then definitely wear shoes and socks. Change the water of the coolers daily. Sprinkle kerosene in the water that has stopped nearby. Burn neem leaves and smoke it around the house. Mosquitoes die from this. Do not leave the water tank open in the house as the dengue mosquito thrives in stagnant and dirty water. Do not leave water in the water pot of birds and animals. Do not keep water in dishes, fridge, vase, coconut shell etc. Change the cooler water everyday, do not let the water accumulate in it. Get anti larvae sprayed in drains around the house, some relief can be provided even if the Municipal Corporation gets enough fogging done.
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