उनके आगे हम तिल भर भी नहीं

फादर्स डे पर… हमारे पूज्य पिताजी रोशनलाल गुप्त “करुणेश” 8 साल की उम्र में बाल भारत सभा में शामिल हो गए। 18 साल की आयु में अंग्रेजों के खिलाफ आशा पत्र निकाला। इस दौरान वीर सावरकर, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, नेहरू जी आदि से साक्षात्कार लिए। 21 साल की उम्र में अंग्रेज कलक्टर हार्डी पर आगरा में बम विस्फोट कर दिये। एक बम बनाते समय दृष्टिक्षीण हो गई। फिर भी हम

बधाई या शुभकामना?

क्या अंतर है दोनों में? शुभकामनाओं और बधाई में लोगों को प्रायः कन्फ्यूजन रहता है। मेरा एक बार बाहर से आगरा स्थानांतरण हुआ। जिस शाखा में स्थानांतरण हुआ वह बहुत खराब थी। एक मित्र बोले “तुम्हें शुभकामनाएं दूं या बधाई”। अपने शहर आये हो इसकी बधाई, लेकिन शाखा में तुम चल पाओगे या नही, इसके लिये शुभकामनाएं। यह वार्तालाप बधाई और शुभकामना का अंतर स्पष्ट कर देता है। जब कोई

जब भगवान जी ने मेरे प्रणाम का जवाब दिया

बड़ों को प्रणाम करना भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। यह नत–मस्तक होकर अभिवादन या नमस्कार करने का एक तरीका है। बचपन से ही माता पिता और गुरूजन पहली शिक्षा के रूप में प्रणाम करना ही सिखाते हैं। प्रणाम का सीधा संबंध प्रणत शब्द से है, जिसका अर्थ होता है विनीत होना, नम्र होना और किसी के सामने सिर झुकाना। प्राचीन काल से प्रणाम की परंपरा रही है। जब कोई

क्या कहा, जरा दुबारा कहना

काफी समय पूर्व की बात है पर दिमाग से निकलती नही है। हमारे एक अधिकारी पदोन्नत हो कर लखनऊ स्थान्तरित हुए। जिस शाखा में वह जा रहे थे, वहां कर्मचारी यूनियन के एक बड़े नेता पहले से ही थे और वह शाखा उन दबंग नेता जी के नाम से ही जानी जाती थी। अतः मैंने अधिकारी महोदय को बधाई दी और कहा कि आप नेताजी (नाम ) की शाखा में

चुनावी ड्यूटी : डर कर भागिए नही

जब भी चुनाव आते हैं, चुनावी कामकाज , मतदान, मतगणना आदि के लिए ड्यूटियां लगाई जाती हैं ,फिर चाहे विधान सभा, लोकसभा या निकायों के ही क्यों न हों। निकायों और विधानसभाओं के चुनावों में प्रायः राज्य सरकार के कर्मचारी इस कार्य को निपटा लेते हैं। परन्तु लोकसभा के चुनावों में बैंकों, वित्तीय संस्थाओं, शिक्षकों, चिकित्सकों व अन्य विभागों के कर्मचारियों को भी इस कार्य में लगाया जाता है। कुछ

साइड इफ़ेक्ट

साइड इफ़ेक्ट को प्रायः दुष्प्रभाव के रूप में ही जाना जाता है। जब भी कोई दवा लेते हैं तो समझदार लोग उसके साइड इफ़ेक्ट के बारे में जरूर जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। आजकल दवाओं के ही नही हर बात के साइड इफ़ेक्ट को देखा जाता है। कोई फ़िल्म आई तो उसका साइड इफ़ेक्ट क्या होगा, किसी ने भाषण दिया तो उसका साइड इफ़ेक्ट क्या होगा, आदि आदि। साइड इफ़ेक्ट

1 6 7 8