अब ताजमहल बदनाम कर रहा आगरा को

आगरा को देश ही नहीं विश्व के मानचित्र पर ताजमहल के कारण ही जाना जाता है। पूर्वोत्तर, दक्षिण और कश्मीर के प्रान्तों को तो छोड़िए बिहार झारखंड के लोग भी आगरा को नहीं पहचानते जब तक ताजमहल का जिक्र न किया जाए। ताजमहल के कारण देश विदेश के आम पर्यटक ही नहीं, जो राष्ट्राध्यक्ष या वी वी आई पी भारत भ्रमण पर आते हैं तो आगरा आ कर ताजमहल देखने

यह है असली नारी शक्ति सम्मान

अपने परिवार का बोझा उठाने कोदूसरों का बोझ उठाती है जो,असली नारी शक्ति वही हैगरीब है पर,भीख नहीं मांगती वो। आगरा कॉलेज मैदान में आगरा साहित्य उत्सव व पुस्तक मेले में उस समय अत्यंत भावुक दृश्य उत्पन्न हो गया जब नारी शक्ति सम्मान कार्यक्रम के अंतर्गत एक महिला कुली को सम्मानित किया गया। मुद्रा नाम की इस महिला ने वरिष्ठ अतिथियों के करकमलों से यह सम्मान बड़े ही सकुचाते हुए

सप्ताहांत: बच्चों से भी सीख मिलती है

स्वराज्य_टाइम्स, 20 अक्तूबर, 2019 स्वाभाविक रूप से माता-पिता, गुरुजन तो बच्चों को शिक्षा प्रदान करते ही हैं, पीढ़ियों में कम और शिक्षा व्यवस्था में ज्यादा परिवर्तन के कारण, आजकल बच्चे बड़ों को सीख देने में सक्षम हो गए हैं। प्राचीन काल में कोई स्कूल, कॉलेज या विश्व विद्यालय कहाँ थे फिर भी विद्वानों की कोई कमी नहीं थी। कबीर दास जी ने कहा भी है ‘मसि कागद छुओ नहीं, कलम

आकाशवाणी ने आयोजित की परिचर्चा: “प्लास्टिक_को कहो ना”

आगरा। “प्लास्टिक को कहो ना”, इस ज्वलंत विषय पर आकाशवाणी आगरा ने एक परिचर्चा का आयोजन किया। परिचर्चा में पर्यावरण, स्वच्छ भारत व ग्राम संरक्षण से सम्बद्ध विद्वजनों ने भाग लिया। ये हैं श्री राजीव कुमार राठी, पर्यावरण अभियंता नगर निगम आगरा, श्री दिवाकर तिवारी, सचिव जलाधिकार फाउंडेशन, प्रीति माहेश्वरी, ब्रांड एम्बेसडर स्वच्छ भारत अभियान, नगर निगम अलीगढ़ व साहित्यकार सर्वज्ञ शेखर ने। परिचर्चा का निर्देशन किया आकाशवाणी के निदेशक

ये चमकी आखिर है क्या

यों तो शरद पूर्णिमा पूरे देश में किसी न किसी रूप में मनाई जाती है परंतु ब्रज का क्षेत्र होने व विश्वविख्यात ताजमहल के कारण शरद पूर्णिमा का आगरा में महत्व ज्यादा है और पूरे वर्ष लोग इसका इंतजार करते हैं। यह तो सर्वविदित ही है कि आश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का चाँद इस दिन पूरी 16 कलाओं से युक्त होता है और उसकी किरणें धरा को शीतलता प्रदान

रेपो रेट तो कम हुई, ई एम आई कब कम होगी?

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना था कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए ब्याज दरों में कटौती जरूरी है। इसको देखते हुए ही रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में एक और कटौती की है। पिछली पांच बार आर बी आई ने इस प्रकार रेपो रेट कम की हैं – दिनांक कटौती रेपो दर% 07 फरवरी, 19 0.25 6.25 04 अप्रैल, 19 0.25 6.00 06 जून,

गांधी बस तेरा ही सहारा

”फूलहि फलहि सदा तरु कानन, रहहि एक संग गज पंचानन”। ‘तुलसी’ की ये रामराज्य कल्पना, बापू का भी यही था सपना। हो गए साल पचास एक सौ, भारत अभी ज्यों का त्यों। एक बार फिर आओ ‘महात्मा’, कुरीतियों का करो खात्मा। द्वेष,घृणा और असहिष्णुता, दलित, वंचित, नारी क्रूरता। इनसे जकड़ा देश हमारा, गांधी बस तेरा ही सहारा। – सर्वज्ञ शेखर It’s Just Your Support – Gandhi Phoolahi phalahi sada taru

नवरात्र

माँ शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी,चन्द्रघण्टा, नमो नमः।जगत जननी कूष्मांडा,स्कंदमाता नमो नमः।कात्यायनी, कालरात्रि,हे! महागौरी नमो नमः।पाप विनाशिनी सिद्धिदात्रीनवदुर्गे नमो नमः।। – सर्वज्ञ शेखर Navratri Maan shailaputree, brahmachaarinee,Chandraghanta, namo namah.Jagat jananee kooshmaanda,Skandamaata namo namah.Kaatyaayanee, kaalaraatri,He! mahaagauree namo namah.Paap vinaashinee siddhidaatreeNavadurge namo namah.. – Sarwagya Shekhar

जानिए शारदीय नवरात्र में किस दिन कौन सी देवी जी की होगी पूजा

पूरे देश में 29 सितंबर 2019 से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। शारदीय नवरात्रि को मुख्‍य नवरात्रि माना जाता है। हिन्‍दू कैलेंडर के अनुसार यह नवरात्रि शरद ऋतु में अश्विन शुक्‍ल पक्ष से शुरू होती हैं और पूरे नौ दिनों तक चलती हैं। इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार यह त्‍योहार हर साल सितंबर-अक्‍टूबर के महीने में आता है। इस बार शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू होकर 07 अक्‍टूबर तक

प्याज ने निकाले गरीबों के आंसू

आगरा में प्याज ने गरीबों के आंसू निकाल दिए हैं। प्याज और हरीमिर्च से रोटी खा कर पेट भरने वाले मजदूरों व सड़क के किनारे रह कर गुजर बसर करने वालों के लिए प्याज अब दुर्लभ वस्तु हो गई है। शहर में अच्छा सेब 80 से 100 रुपए तक मिल जाता है और प्याज का भाव भी सेब की बराबरी करतें हुए 80 रुपयों तक पहुंच गया है, और लगता

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