सप्ताहांत: बच्चों से भी सीख मिलती है
स्वराज्य_टाइम्स, 20 अक्तूबर, 2019 स्वाभाविक रूप से माता-पिता, गुरुजन तो बच्चों को शिक्षा प्रदान करते ही हैं, पीढ़ियों में कम और शिक्षा व्यवस्था में ज्यादा परिवर्तन के कारण, आजकल बच्चे बड़ों को सीख देने में सक्षम हो गए हैं। प्राचीन काल में कोई स्कूल, कॉलेज या विश्व विद्यालय कहाँ थे फिर भी विद्वानों की कोई कमी नहीं थी। कबीर दास जी ने कहा भी है ‘मसि कागद छुओ नहीं, कलम