अभिनंदनम_अभिनंदनम

न्यू इंडिया, नव भारत हैएक राष्ट्र और एक निशान,कश्मीर से कन्याकुमारी तकअब हमारा एक संविधान। भारत माता के स्वागत मेंनया गान अब गाएंगे,सारे जहाँ में ऊंचा अपना प्यारा तिरंगा फहराएंगे। कभी न झुकेगा शीश हमाराकटवा देंगे राष्ट्र के काम,सदा रखेंगे भारत माँ कासम्पूर्ण विश्व में ऊंचा नाम। मंगल और चांद परपहुंचे हमारे अंतरिक्ष यान,अपनी उपलब्धियों परहमें है गुमान और अभिमान। आज़ादी के यज्ञ में आहुतिदी, लुटा दी अपनी जान,श्रद्धा से

सप्ताहान्त

#स्वराज्य_टाइम्स 11 अगस्त 2019 यह सप्ताह विविधताओं से परिपूर्ण रहा। सप्ताह के पहले ही दिन सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कश्मीर से धारा 370 हटाने की घोषणा की। इसी दिन राज्य सभा ने बिल को पास कर दिया,मंगलवार को लोकसभा ने पास किया और बुधवार को राष्ट्रपति महोदय ने हस्ताक्षर भी कर दिए। इसी सप्ताह पूर्व विदेशमंत्री सुषमा स्वराज का दुःखद निधन हुआ और सुप्रीम कोर्ट ने

स्वतंत्रता दिवस पर विशेष

आगरा के हार्डी बम कांड का आंखों देखा हाल: डोरीलाल अग्रवाल जी की नजर से: 27 सितम्बर, 1940 को रात को जिस समय बेलनगंज चौराहे पर स्थित भव्य इमारत बलिया बिल्डिग’ के बाहर परम्परागत ढंग से बनाये गये सुरुचिपूर्ण बैठने के सीढ़ीनुमा स्थल पर अचानक बम विस्फोट हए तो चारों तरफ कोलाहल और हाहाकार मच गया। मैं उस समय घटना स्थल से कुछ ही दूर बेलनगंज चौराहे पर मौजूद था।

उमड़ घुमड़ आजा ओ बदरा

कजरारे बदरा, नभ के दामन में दमकती दामिनी, वर्षा की रिमझिम फुहारें,श्रावण गीत मल्हार,झूले, शिव-पार्वती के पूजन में मग्न षोडश श्रृंगार किए नारी समाज,बम-बम भोले करते कांवड़ धारी शिवभक्तों की टोलियां, शीतल मंद समीर के साथ हिलोरें खाती एक दूसरे से लिपटी लताएं, नव यौवनाओं के झटकते काले केशों के बीच से झांकता चाँद सा चेहरा। लगता है मस्त कामदेव धरा पर उतर आया है। यह सब किया है केवल

तुलसी जयन्ती

07 अगस्त को नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा मानस भवन में तुलसी जयंती समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि क मु विद्यापीठ के निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीधर थे व विशिष्ट अतिथि थे मुख्य वन संरक्षक आनंद श्रीवास्तव। वरिष्ठ साहित्यकार रामेन्द्र मोहन त्रिपाठी, अशोक रावत, केप्टन व्यास चतुर्वेदी, डॉ. नीलम भटनागर, सर्वज्ञ शेखर, डॉ. ख़ुशी राम शर्मा, डॉ चंद्रशेखर शर्मा, भुवनेश श्रोत्रिय ने भी अपने सारगर्भित व्याख्यान देते हुए तुलसी और

सुषमा जी के निधन पर आगरा में दौड़ी शोक की लहर

आगरा। पूर्व विदेशमंत्री, ओजस्वी नेता, प्रखर वक्ता, जननेता और भारतीय जनता पार्टी की आधारस्तम्भ सुषमा स्वराज के निधन पर आगरा में भी शोक की लहर दौड़ गई है। समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उन्हें याद कर रहे हैं, उनकी आगरा यात्राओं के संस्मरण सुना कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सुषमा जी अनेक बार आगरा आई थी। 1988 में आगरा यात्रा के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन

धारा 370 को हटाना क्यों आवश्यक है…

आज राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करने का बिल प्रस्तुत कर दिया है। दोनों सदनों में जो स्थिति है उसके अनुसार यह बिल पास हो ही जायेगा और इस अनावश्यक व विवादास्पद धारा का अंत होना निश्चित है। निश्चित रूप से यह स्वागतयोग्य कदम है। पुलवामा की दुर्भाग्यपूर्ण व दुखद घटना के उपरांत जनता में जो आक्रोश उमड़ा उनमें से एक मांग कश्मीर

सप्ताहान्त – 04 अगस्त, 2019

कैफे कॉफी डे (CCD) के मालिक वी जी सिद्धार्थ की असामयिक मौत ने एक बार फिर अवसाद का सामना न करने संबंधी कुछ नए प्रश्नों को जन्म दे दिया है। उनका शव उनके गायब होने के लगभग 30 घंटे के बाद मेंगलुरु के पास नेत्रावती नदी में मिला। उनके पास से एक पत्र भी मिला। सिद्धार्थ ने पत्र में लिखा कि वह कंपनी के लिए एक मुनाफे वाला बिजनेस मॉडल

लघु कथा – अचूक उपाय

शरद बाबू की कई दिनों से बांई आँख फड़क रही थी। ऐसी मान्यता है कि आँखों का फड़कना शुभ अशुभ का संकेत देता है, वह इसलिए भी परेशान थे कि बाई आँख का फड़कना अशुभ माना जाता है। इसका वैज्ञानिक कारण यह ज्ञात हुआ कि कम्यूटर या मोबाइल पर ज्यादा काम करने से आँखें जब सूख जाती हैं तब ऐसा होता है। अर्थात लुब्रिकेशन कम हो जाने से। सूखी आँखों

मैं भी माँ हूँ

तू देवी माँ हैमहिषासुर मर्दनी, कालीमैं भी माँ हूँसुख मर्दनी,दुनिया मेरी काली। चण्ड मुण्ड तूने सँहारेदेवों की रक्षा को,अपने सपने मैंने मारेबच्चों की इच्छा को। ये भी याचक, मैं भी याचककटोरा सब का खाली है,मांग रहे हैं तेरे दर परदाती, तू ही देने वाली है। ये मांगे तुझ से,मैं मांगू इन सेभर दे इनकी झोली मैया,इनकी नाव पार लगा देतभी चलेगी मेरी नैया। सदबुद्धि भी देना इनकोऐसी स्थिति कभी न

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