कन्या का अपमान करने पर जहां पूरी बारात हो गई थी पत्थर की
है तो यह किवदंती ही, परन्तु भारत में बेटियों के सम्मान को प्रतिबिंबित करती हुई यह कथा इस बात का प्रतीक है कि आदि काल में भी उनकी स्थिति उतनी ही पूज्यनीय थी जितनी कि वर्तमान में अपेक्षित है। आगरा से लगभग 50 कि मी के अंतराल पर कस्बा सहपऊ है। यहां स्थित है माँ भद्रकाली देवी का विशाल मंदिर। कहा जाता है कि इसकी स्थापना महाभारत काल में हुई