सप्ताहांत: पाकिस्तानी खुलासे के बाद…
पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने अपनी संसद में पुलवामा हमले को लेकर जो खुला कबूलनामा किया, उससे आतंकवाद के इतिहास की इस वीभत्स घटना के पीछे की साजिश से पूरी तरह पर्दा उठ गया। अब यह पूरी तरह सिद्ध हो गया है कि इस घटना में पाकिस्तान का ही हाथ था जिसमें हमारे 43 वीर जवान शहीद हो गए थे। आतंकवादी घटनाओं में पाकिस्तान के हाथ की आशंका हमेशा रहती है। केंद्र की वर्तमान सरकार हो या पूर्ववर्ती सरकारें, जब भी कोई आतंकवादी घटना होती है उसके पीछे पड़ोसी देश का हाथ ही बताती हैं। सरकारों के ऐसे बयानों पर विपक्षी दल हमेशा सवाल उठाते रहे हैं। पुलवामा घटना के बाद भी विपक्ष के कुछ नेताओं ने दबी जुबान से तो कुछ ने मुखर हो कर इस घटना को देश की राजनीति से जोड़ दिया था। परंतु पाकिस्तान की संसद में हुए कबूलनामे ने न केवल पाकिस्तान का कुत्सित चेहरा संसार के सामने दिखा दिया है बल्कि हमारे विपक्षी नेताओं को भी आईना दिखा दिया है।
यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्ष पर प्रहार करने का अवसर मिल गया। 31 अक्टूबर को गुजरात के केवड़िया में देश के प्रथम उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार पटेल की 145वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी। ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की। उन्होंने कहा, ‘देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे, वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे। देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए। देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी।जब हमारे देश के जवान शहीद हुए थे उस वक्त भी कुछ लोग राजनीति में लगे हुए थे। ऐसे लोगों को देश भूल नहीं सकता है। पीएम मोदी ने ऐसे दलों के नेताओं पर बरसते हुए कहा कि कि उस वक्त वे सारे आरोपों को झेलते रहे, भद्दी भद्दी बातें सुनते रहे। पीएम ने कहा, ‘मेरे दिल पर गहरा घाव था। लेकिन पिछले दिनों पड़ोसी देश से जिस तरह से खबरें आई है, जो उन्होंने स्वीकार किया है, इससे इन दलों का चेहरा उजागर हो गया है।’
प्रधानमंत्री की विपक्ष को नसीहत बिलकुल सही है। पाकिस्तानी स्वीकारोक्ति के बाद विपक्ष के पास अब कहने को कुछ नहीं रह गया है । भविष्य में भी विपक्षी नेताओं को सतर्क ही रहना होगा। जहाँ हमारी सेना के जवानों की शहादत व शौर्य का विषय हो वहाँ सतर्क ही रहना चाहिए।
पाकिस्तान ने आतंकवादी घटना की स्वीकारोक्ति की है। इसके अलावा सभी जानते हैं कि पाकिस्तान अनेक खूँख्वार आतंकियों को अपने यहाँ पनाह दिए हुए है। अतंरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के नेता मुफ्ती नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी के रूप में घोषित किया था। पाकिस्तान हमेशा आतंकवादियों को पालता और पोसता है। नूर वली का वैश्विक आतंकवादी घोषित होना आतंकी मुल्क पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका था।
अब भारत के पास एक अवसर है कि पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने के अपने प्रयासों में और तेजी लाए।
– सर्वज्ञ शेखर