गांधी बस तेरा ही सहारा
”फूलहि फलहि सदा तरु कानन, रहहि एक संग गज पंचानन”। ‘तुलसी’ की ये रामराज्य कल्पना, बापू का भी यही था सपना। हो गए साल पचास एक सौ, भारत अभी ज्यों का त्यों। एक बार फिर आओ ‘महात्मा’, कुरीतियों का करो खात्मा। द्वेष,घृणा और असहिष्णुता, दलित, वंचित, नारी क्रूरता। इनसे जकड़ा देश हमारा, गांधी बस तेरा ही सहारा। – सर्वज्ञ शेखर It’s Just Your Support – Gandhi Phoolahi phalahi sada taru