एक शाम अटल जी के नाम
प्रधान डाकघर प्रतापपुरा में साहित्य संगीत संगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम की कुछ झलकियाँ। श्री सुशील सरित के कुशल संयोजन में सुविख्यात गजल गायक सुधीर नारायण ने अटल जी के गीतों की खूबसूरत प्रस्तुति दी।
Welcome to sarwagya.com
प्रधान डाकघर प्रतापपुरा में साहित्य संगीत संगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम की कुछ झलकियाँ। श्री सुशील सरित के कुशल संयोजन में सुविख्यात गजल गायक सुधीर नारायण ने अटल जी के गीतों की खूबसूरत प्रस्तुति दी।
इस वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण 26 दिसंबर 2019 को पड़ रहा है। सूर्य ग्रहण भारत में अधिकतम खंडग्रास सूर्यग्रहण के रूप में दिखाई देगा। जब पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है और चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है, परिक्रमा के दौरान एक दूसरे के बीच में ये आते जाते रहते हैं। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चन्द्रमा आ जाए तो इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। यह इस साल का
आग आग होती है, फिर वो हवन की हो या मँदिर में जल रहे दीपक की, भूख की, वासना की, हिंसा की, प्रतिशोध की, जंगल की, जब अपनी सीमा लाँघ जाती है तो हाथ जलाती है, तन जलाती है, अत्याचार को बढ़ावा देती है और कभी कभी पूरे परिवार को जला कर राख कर देती है, समाज और देश को तबाह कर देती है। आजकल यही आग हमारे देश के
आगरा के अजितनगर, खेरियामोड़ पर बाजार कमेटी द्वारा प्रतिदिन पूरे अनुशासन व मानक के साथ ध्वजारोहण किया जाता है। आज इस पुनीत अवसर पर मुझे मुख्य अतिथि के रूपमें राष्ट्रीय ध्वज फहराने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मेरे भ्रातागण संजय गुप्त (अवकाश प्राप्त बैंकर), आदर्श नन्दन गुप्त (वरिष्ठ उपसंपादक-दैनिक जागरण) व अन्य परिजन भी इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। पूज्य पिताश्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, साहित्यकार, पत्रकार
स्वराज्य टाइम्स, 15 दिसंबर, 2019 देश में इतना संवेदनशील वातावरण शायद ही पहले कभी रहा हो। हर बात को लोग अपने अपने नजरिये से देख रहे हैं, वैसे ही उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। अफवाहों का बाजार गर्म है। भ्रांतियों ने कुछ क्षेत्रों में युवाओं को उग्र कर दिया है जो हिंसा पर उतारू हैं। यह सही है कि कोई सरकार या कोई भी सत्ताधारी राजनीतिक दल कोई
हाहाकार मचा हुआ है, रोंगटे खड़े हो रहे हैं, चीत्कार और सिसकियों की आवाज से दिल दहल रहे हैं, देखने सुनने वालों की आत्मा क्रंदन कर रही है, परंतु राजनेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की जुबान से वही रटे रटाये जुमले निकल रहे हैं-दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, किसी को छोड़ा नहीं जाएगा, चाहे जितना प्रभावशाली हो, जांच के आदेश दे दिए गए हैं, मुआवजे की घोषणा कर दी गई है,
एक और महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व आगरा का सुविख्यात महोत्सव “ब्रज रत्नअवार्ड्स-2019” के आयोजकों इनक्रेडिबल इण्डिया फाउंडेशन ने अपने एडवाइजरी बोर्ड में मुझे Member: Board of Jury मनोनीत किया है। फाउंडेशन के चेयरमैन पूरन डाबर जी व महासचिव अजय शर्मा जी को हार्दिक धन्यवाद! – सर्वज्ञ शेखर
Paying Homage on the occasion of Smt. Indira Gandhi’s Birth Anniversary
आगरा शहर में भी अब चोक सीवर लाइन की सफाई में पहली बार रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा। आशा है इससे नगर में ध्वस्त पड़ी सीवर लाइनों को ठीक किया जा सकेगा। जगह जगह सीवर लाइन चोक होने के कारण गंदा पानी व गंदगी सड़कों पर दिखाई देना अब बंद हो जाएगा। नई लाइनें बिछाने के साथ ही चोक सीवर लाइन को ठीक कराया जाएगा। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एसटीपी
सुबह मॉर्निंग वॉक करते जाते समय कभी अंधेरा नहीं लगता था। एक दिन लगा कुछ अंधेरा सा है।पता लगा उस दिन स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही थीं। बात छोटी सी थी लेकिन कितना बड़ा संदेश दे रही थी-प्रकाश का अभाव ही अंधकार है। बड़े बड़े साधु-संतों के प्रवचन सुने,पुस्तकों में उपदेश पढ़े कि अंधकार कुछ होता ही नहीं है, अंधकार नाम की कोई चीज नहीं होती। परंतु अहसास अचानक हुआ।इसका