श्रद्धांजलि सुशांत
हिम्मत रखो, आत्महत्या न करो‘छिछोरे’ में दिया था यह संदेश,पटना के छोरे, तुमने क्या कियादुखी स्तब्ध, अश्रुपूरित है देश।ऊपर चढ़ते-चढ़ते ऐसे हीऊपर क्यों गए राजपूत सुशांत,हँसता खेलता युवा अभिनेताकर गया बॉलीवुड को अशाँत।चमक-दमक के पीछे मंडरातामायानगरी में है अंधेरा घनघोर,साँप-सीढ़ी के खेल में फंस करटूट जाती जीवन की डोर। – सर्वज्ञ शेखर